Guruvayoor Ambalanadayil Movie Review- जीजा साले की बॉन्डिग और ड्रामा दिखाती गुरुवायूर अम्बालानदायिल



एमपी नाउ डेस्क

Guruvayoor Ambalanadayil Movie Review- पृथ्वीराज प्रोडक्शन और ई4 इंटरटेनमेंट द्वारा निर्मित गुरुवायूर अम्बालानदायिल मलयालम भाषा में बनी एक कॉमेडी जॉनर की फिल्म है, जिसे 16 मई 2024 को सिनेमाघरों में रिलीज किया गया था। इसे हिन्दी के दर्शक जियो हॉटस्टार के माध्यम से देख सकते हैं। फिल्म में पृथ्वी सुकुमारन के अलावा बसिल जोसेफ़, अस्वरा राजन, निखिला विमल, योगी बाबू जैसे कलाकारों ने अहम भूमिका अदा की हैं। इस फिल्म को विपिन दास ने निर्देशित किया है तो वही फिल्म की कहानी दीपू प्रदीप ने लिखी है।

गुरुवायूर अम्बालानदायिल एक कॉमेडी ड्रामा फिल्म है जिसमें वीनू (बसिल जोसेफ) विदेश में मल्टीनेशनल कंपनी में अच्छे पद में कार्यरत हैं, उसकी शादी आन्दन (पृथ्वी सुकुमारन) की बहन अंजली (अनस्वरा राजन) से तय हो जाती है। इस शादी के लिए वीनू को तैयार करने में पूरी भूमिका आन्दन की है जो वीनू के अतीत से वीनू को बहार निकालने में उसकी मदद करता है। वीनू के अतीत में एक लड़की होती है जो उसे छोड़कर किसी और से शादी कर लेती है। इस बात को लेकर दोनों होने वाले जीजा सालों की घंटो बातें होती हैं। इस प्रकार दोनों के बीच की बातचीत से उनके बीच एक ब्रदरहूड वाली बॉन्डिग बन जाती हैं। जहां वीनू के तमाम दुखों से आन्दन का सरोकार है तो वही दूसरी ओर वीनू भी आन्दन के जीवन में खुशहाली देखने के लिए कुछ भी कर सकता हैं।


इन दोनों की बॉन्डिग से दोनों ही परिवार के सदस्य अंचभित और परेशान भी है.......सबसे अधिक अंजली क्योंकि वीनू अंजली से बात करने की जगह घंटों आन्दन भैया से मोबाइल में बात करता है और जब बात भी करता है तो उसमें भी आन्दम का ही ज्रिक। आन्दन की पत्नी उसें छोड़कर अपने मायके में रह रही होती है जिसे लेकर वीनू अंजली से इसका कारण पुछता है, जबाव में अंजली कहती है कि तुम्हारी तो कितनी अच्छी बॉन्डिग है भैया से बुला लाओ भाभी को।

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यह से फिल्म टर्न लेती है आन्दम की पत्नी और वीनू की पूर्व प्रेमिका एक ही लड़की है......ऐसे में जब यह रहस्य वीनू, अंजली और आन्दम की पत्नी पार्वती (निखिला विमल) के बीच खुलेगा तो क्या होगा? इस कहानी में इसके बाद जो कुछ भी होगा वह तो होगा लेकिन दर्शकों को एक ही चीज आएगीं वो है हंसी। क्योकिं कभी एक तरफ से शादी तुड़ाने की कोशिश होगी तो दूसरा शादी के पक्ष में होगा और जब कोई और पक्ष शादी करवाने की कोशिश करेगा तो कोई और टीम शादी को किसी भी कीमत में नही होने देगा, इसमें कलाकारों की फौज है........जिसमें अलग-अलग टीम का निर्माण हो गया है। गुरुवायूर अम्बालानदायिल एक मंदिर का नाम हैं जिसमें यह शादी होना है, अब शादी होगी या फिर नही। इसके लिए फिल्म की ओर रुख करना पड़ेगा।

कलाकारों के अभिनय की बात करें तो सभी कलाकारों ने इसमें अपने- अपने किरदार के मुताबिक बेहतर काम किया हैं फिल्म की ताकत फिल्म का अनोखा कान्सेप्ट हैं, फिल्म को बेहतरीन लिखा गया है जिस उद्देश्य से फिल्म का निर्माण किया गया है.....फिल्म अपने उसी उद्देश्य को हासिल करने में कामयाब दिखती है।

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अरविंद साहू (AD) Freelance मनोरंजन एंटरटेनमेंट Content Writer हैं जो विभिन्न अखबारों पत्र पत्रिकाओं वेबसाइट के लिए लिखते है। इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में भी सक्रिय है, फिल्मी कलाकारों से फिल्मों की बात करते है। एशिया के पहले पत्रकारिता विश्वविद्यालय माखन लाल चतुर्वेदी के भोपाल कैम्पस के इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के छात्र है।

 


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